लार्सन एंड टुब्रो (L&T), भारत की अग्रणी इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन कंपनी, ने अपनी पावर ट्रांसमिशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन (PT&D) यूनिट के तहत भारत और मिडिल ईस्ट में ₹5,000 करोड़ से ₹10,000 करोड़ के मेजर ऑर्डर्स हासिल किए हैं। ये ऑर्डर्स कंपनी की ग्रोथ को और मजबूत करने के साथ-साथ स्टॉक मार्केट में निवेशकों के लिए नई उम्मीदें जगा रहे हैं। आइए, इन ऑर्डर्स, कंपनी के स्टॉक परफॉर्मेंस और वित्तीय स्थिति पर एक नजर डालते हैं।
भारत में ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा
L&T को आंध्र प्रदेश में एक रिन्यूएबल एनर्जी ज़ोन को ग्रिड से जोड़ने के लिए 765kV और 400kV ट्रांसमिशन लाइनों के निर्माण का ऑर्डर मिला है। यह प्रोजेक्ट भारत की ग्रीन एनर्जी नीति का हिस्सा है, जो सौर और पवन ऊर्जा जैसे स्रोतों से बिजली उत्पादन को बढ़ावा देता है। यह न केवल देश की बिजली मांग को पर्यावरण के अनुकूल तरीके से पूरा करेगा, बल्कि ग्रिड की विश्वसनीयता को भी बढ़ाएगा। इस तरह के प्रोजेक्ट्स भारत के 2030 तक 500 गीगावाट रिन्यूएबल एनर्जी लक्ष्य की दिशा में महत्वपूर्ण हैं।
मिडिल ईस्ट में बढ़ता कद
मिडिल ईस्ट में L&T ने 220kV और 132kV गैस इंसुलेटेड सबस्टेशन्स (GIS) के टर्नकी निर्माण के लिए ऑर्डर हासिल किए हैं। ये ऑर्डर प्रमुख ट्रांसमिशन एसेट ओनर्स और ऑपरेटर्स से मिले हैं, जो कंपनी की वैश्विक विश्वसनीयता को दर्शाते हैं। सऊदी अरब और यूएई जैसे देश रिन्यूएबल एनर्जी और आधुनिक ग्रिड इंफ्रास्ट्रक्चर पर भारी निवेश कर रहे हैं। L&T की तकनीकी विशेषज्ञता इन देशों के एनर्जी ट्रांजिशन लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करेगी।
स्टॉक परफॉर्मेंस और निवेश की संभावनाएं
L&T का स्टॉक हाल के महीनों में स्थिर लेकिन आशाजनक रहा है। 10 जून 2025 को L&T का शेयर प्राइस ₹3,675 पर बंद हुआ, जो पिछले दिन के मुकाबले 0.11% की मामूली गिरावट को दर्शाता है। पिछले एक साल में स्टॉक ने 3.81% की ग्रोथ दिखाई, और कंपनी का मार्केट कैप ₹5.06 लाख करोड़ तक पहुंच गया है।
हाल ही में JSW एनर्जी से ₹1,000-2,500 करोड़ के ऑर्डर की खबर के बाद L&T के शेयरों में 0.7% की तेजी देखी गई, जो निफ्टी 50 से बेहतर प्रदर्शन था।
कंपनी ने FY25 की तीसरी तिमाही में 17% रेविन्यू वृद्धि दर्ज की, जो ₹64,668 करोड़ थी, और नेट प्रॉफिट में 10.6% की बढ़ोतरी हुई, जो ₹3,974 करोड़ रही। L&T का ऑर्डर बुक दिसंबर 2024 तक ₹5,64,223 करोड़ तक पहुंच चुका था, जिसमें 42% हिस्सा इंटरनेशनल मार्केट्स से है। कंपनी ने FY25 के लिए 10% ऑर्डर इनफ्लो और 15% राजस्व ग्रोथ का लक्ष्य रखा है, जो इन नए ऑर्डर्स के साथ और मजबूत हो सकता है। हालांकि, हाइड्रोकार्बन सेक्टर में लागत दबाव और मार्जिन प्रेशर जैसी चुनौतियां निवेशकों के लिए निगरानी का विषय हैं।
कंपनी की वित्तीय मजबूती
L&T एक 30 बिलियन USD की मल्टीनेशनल कंपनी है, जो EPC प्रोजेक्ट्स, हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज में 80 सालों से लीडर है। कंपनी का रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) पिछले पांच सालों में औसतन 15.39% रहा है, जो इसकी वित्तीय स्थिरता को दर्शाता है। L&T ने 1700% डिविडेंड (₹34 प्रति शेयर) की घोषणा की, जो निवेशकों के लिए आकर्षक है। डेट-टू-इक्विटी रेशियो 1.33 है, जो स्थिर कैपिटल स्ट्रक्चर को दिखाता है। हाल ही में L&T ने 500 करोड़ रुपये के ESG बॉन्ड जारी करने की घोषणा की, जिससे यह SEBI के नए ESG ढांचे के तहत पहली भारतीय कॉर्पोरेट कंपनी बनी।
निष्कर्ष
L&T के ये नए ऑर्डर्स कंपनी की इंजीनियरिंग ताकत और वैश्विक पहुंच को दर्शाते हैं। मजबूत ऑर्डर बुक, स्थिर वित्तीय प्रदर्शन और भारत में इन्फ्रास्ट्रक्चर व रिन्यूएबल एनर्जी पर बढ़ते निवेश के साथ L&T का स्टॉक लंबी अवधि के निवेशकों को आकर्षक लग सकता है। हालांकि, शॉर्ट-टर्म में मार्केट वोलैटिलिटी और लागत दबाव पर नजर रखना जरूरी है।
यह लेख केवल शैक्षिक और सूचना देने के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारी को किसी भी तरह की वित्तीय सलाह (financial advice) के रूप में न लें। स्टॉक मार्केट और अन्य निवेश साधनों में निवेश करना जोखिम से जुड़ा होता है। निवेश से पहले अपनी स्थिति को ध्यान में रखते हुए किसी प्रमाणित वित्तीय सलाहकार (financial advisor) से सलाह लें। इस लेख में दी गई जानकारी की सटीकता और पूर्णता सुनिश्चित करने का प्रयास किया गया है, लेकिन लेखक या प्रकाशक किसी भी वित्तीय नुकसान के लिए ज़िम्मेदार नहीं होंगे।